जाने गुरु पूर्णिमा के दिन किये जाने वाले ज्योतिषीय उपायों के बारे में

भारत में गुरु पूर्णिमा का पर्व आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता हैं। इस साल गुरु पूर्णिमा का यह पर्व 27 जुलाई को मनाया जा रहा हैं। इस दिन पूरे भारत में सम्मान भरा माहौल रहता हैं, क्योंकि सभी व्यक्तिगण अपने गुरु की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं। गुरु पूर्णिमा का ज्योतिषीय रूप से भी बड़ा महत्व होता हैं। जी हाँ, जिन लोगों की कुंडली में गुरुप्रतिकूल स्थान पर होता है, उनके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते है। इसलिए उन लोगों के द्वारा गुरु पूर्णिमा के दिन किए गए कुछ ज्योतिषीय उपायों से बड़ा लाभ होता हैं। तो आइये जानते हैं गुरु पूर्णिमा के दिन किये जाने वाले ज्योतिषीय उपायों के बारे में।

* जो छात्र शिक्षा संबंधी बाधा से परेशान चल रहे है। उन्हें गुरु पूर्णिमा के दिन गीता का पाठ कर भगवान श्री कृष्ण का पूजन और गाय की सेवा अवश्य करनी चाहिए।

* अगर भाग्योदय नहीं हो पा रहा है, कारोबार धीमा चल रहा है, तो ऐसे में किसी भी जरूरतमंद को पीले अनाज, वस्त्र और पीली मिठाई का दान करना चाहिए।

* भाग्योदय के लिए किसी विद्वान की सहायता से शुभ मुहूर्त में गुरु यंत्र की स्थापना करें और उसका पूजन करें।

* गुरु पूर्णिमा के दिन साबूत मूंग मंदिर में दान करें और 12 वर्ष से छोटी कन्याओं के चरण स्पर्श करके उनसे आशीर्वाद लें।

* शुभ मुहूर्त में चांदी का बर्तन अपने घर की भूमि में दबाएं और साधु संतों का अपमान नहीं करें।

* जिस पलंग पर आप सोते हैं, उसके चारों कोनों में सोने की कील अथवा सोने का तार लगाएं।

* गुरु पूर्णिमा के दिन साबूत मूंग मंदिर में दान करें और 12 वर्ष से छोटी कन्याओं के चरण स्पर्श करके उनसे आशीर्वाद लें।

* केले के दो पौधे विष्णु भगवान के मंदिर में लगाएं।