डर को दूर करने के उपाय

दुनिया में ऐसे बहुत ही कम इंसान होते हैं जिन्हें डर नहीं लगता है। भले ही हम माने या न माने कि इस दुनिया में भूत, प्रेत, बाधा जैसी चीजें नहीं होती हैं पर समय-समय पर ये चीजें अपनी उपस्थिति का सबूत देती हैं जिससे आम इंसानों के बीच डर पैदा होता है। डर एक शारीरिक या भावनात्मक खतरे के सम्बन्ध में होता है। किसी का सामना करने की क्षमता न होना या किसी के व्यवहार से डरना उसे शारीरिक डर कहते है। भावनात्मक डर विभिन्न मनोवैज्ञानिक समस्या के कारण हो सकता है। अगर आपको लगता है कि आप कमज़ोर दिल के हैं, बहुत जल्दी डर या घबरा जाते हैं और आपको बुरे सपने भी आते हैं तो यह उपाय आपके लिए है। आप इन उपायों से अपने डर को दूर कर सकते हैं।

* हनुमान मंगल के इष्ट देव हैं और अगर उनकी उपासना की जाए तो मंगल मज़बूत होता है। नीचे दिया हुआ हनुमान मंत्र रोज़ नहाने के बाद कम से कम 108 बार बोलना चाहिए। मंत्र का जप करते हुए सामने हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र रख लें। इसके अलावा हनुमान चालीसा का पाठ भी बहुत लाभदायक रहता है। 'ॐ एम ह्रीम हनुमते रामदूताए नमः'।

* मां दुर्गा को शक्ति की देवी कहा जाता है और इनसे हर डर दूर भागता है। आप मां दुर्गा की स्तुति करके अपने डर को दूर भगा सकते हैं। विश्व से अशुभ तथा भय का विनाश करने के लिए मां दुर्गा की स्तुति करना चाहिए। “॥यस्याः प्रभावमतुलं भगवाननन्तो ब्रह्मा हरश्च न हि वक्तमलं बलं च। सा चण्डिकाखिलजगत्परिपालनाय नाशाय चाशुभभयस्य मतिं करोतु ॥“

* अपने मन के डर को दूर करने के लिए प्रेरित मंत्र। इस मंत्र का जप करने से दिमाग में गहरे बैठ किसी भी प्रकार के मनोवैज्ञानिक डर को मिटाकर आप भयहीन रहना शुरू कर देंगे। ये भगवान गणेश का मंत्र डर से लड़ने के लिए है। ऊँ गताभयाय नमः ओम गहता - भयाया नमः

* अपने भय को भगाने के लिए आप श्रीमद भागवत गीता से दिन में एक बार गजेंद्र मोक्ष स्त्रोत को सुन सकते हैं। नरसिंह उपनिषद में इस महान मंत्र, नरसिंह अनुष्ठान और प्रभु के सुदर्शन चक्र का विवरण भी दिया गया है। प्रभु के महान सुरक्षा चक्र से भय आदि से मुक्ति व स्वतंत्रता मिलती है। “॥उग्रवीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्। नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्युमृत्युं नमाम्यहम् ॥”