कई बार जब कुछ अच्छा काम होने जा रहा होता हो और किसी कारण से रुक जाये तो इसका मुख्य कारण ग्रहों का प्रभाव होता है। गृह की वजह से बनता काम भी रुक जाता है। गृह शांति के लिए कुछ शास्त्रीय उपाय होते है जिनको अपनाकर ग्रहों की शांति बनायीं जा सकती है। ग्रहों की शांति के लिए जो भी मन्त्र का उच्चारण किया जाये वह लाभदायक होता है। ग्रहों की स्थिति आपके हर छोटे बड़े कार्यो को प्रभावित करती है और ऐसे में हम बात करते है चन्द्र गृह जब किसी राशि पर लगता है तो उस राशि का नुकसान होना सम्भव हो जाता है। तो आइये जानते है चन्द्र गृह को शांत करने के बारे में........
# चंद्रमा की स्थिति को संतुलित करना हो या फिर उसकी ताकत को बढ़ाना हो, दोनों ही मामलों में रत्न उपयोगी सिद्ध होते हैं। मसलन अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा असंतुलित है तो आपको कम से कम 7 रत्ती का मोती धारण करना चाहिए।
# सफेद और स्लेटी रंग चंद्रमा का प्रतीक होते हैं इसके अलावा चमकीला नीला, हरा और गुलाबी रंग, आसमानी रंग भी लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं। जिन लोगों का चंद्रमा कमजोर होता है उन्हें काले और लाल रंग से परहेज रखना चाहिए।
# फूलों में चंदन, लिली, चमेली, कमल जैसे फूलों की सुगंध का प्रयोग भी चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करता है।
# ॐ का उच्चारण भी योग का एक महत्वपूर्ण भाग है। नियमित रूप से रोजाना ध्यान करते समय 108 बार ॐ का उच्चारण चंद्रमा को संतुलित करता है।
# चंद्रमा पश्चिम दिशा का स्वामी माना गया है, आपको अपने घर की पश्चिम दिशा को ऊंचा रखना चाहिए और हो सके तो घर का भारी सामान भी उसी दिशा में रखें।