मकान को घर बनाने के लिए जरूरी है, परिवार में सुख-शांति का बना रहना। और ऐसा होने पर ही आपको सुकून मिलता है। यदि आप घर बनवाने जा रहे हैं, तो वास्तु के आधार पर ही नक्शे का चयन करें। अपने आर्किटेक्ट से साफ कह दें, कि आपको वास्तु के हिसाब से बना मकान ही चाहिए। हां यदि आप बना-बनाया मकान या फ्लैट खरीदने जा रहे हैं, तो वास्तु संबंधित निम्न बातों का ध्यान रख कर अपने लिए सुंदर मकान तलाश सकते हैं।
मुख्य द्वारमकान का मुख्य द्वार दक्षिण मुखी नहीं होना चाहिए। आप द्वार के ठीक सामने बड़ा सा दर्पण लगाएं, ताकि नकारात्मक ऊर्जा द्वार से ही वापस लौट जाएं। घर का मुख्य द्वार हमेशा दो भागों में खुलने वाला ही बनवाएँ। वास्तु में ऐसे द्वार को शुभ माना गया है।
ऊँ की आकृतिघर के प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक या ऊँ की आकृति लगाएं। इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
कलश रखेंघर की पूर्वोत्तर दिशा में पानी का कलश रखें। इससे घर में समृद्धि आती है।
खिड़की दरवाजेघर के खिड़की दरवाजे इस प्रकार होने चाहिए, कि सूर्य का प्रकाश ज्यादा से ज्यादा समय के लिए घर के अंदर आए। इससे घर की बीमारियां दूर भागती हैं।
ड्रॉइंग रूमपरिवार में लड़ाई-झगड़ों से बचने के लिए ड्रॉइंग रूम यानी बैठक में फूलों का गुलदस्ता लगाएं।
किचनरसोई घर में पूजा की अल्मारी या मंदिर नहीं रखना चाहिए। रसोईघर के सामने बाथरूम नहीं होना चाहिए। इससे घर की शांति ख़तम होती है और घर के सदस्यों का स्वास्थ्य ख़राब होता है।