कौवे की कांव कांव कब होती है हमारे लिए शुभ, जाने

शगुन हो या अपशगुन दोनों का महत्व अलग अलग होता है। हिन्दू धर्म में शगुन और अपशगुन की बहुत मान्यता है, लेकिन ज्यादातर लोग इसमें विश्वास नहीं करते है। परन्तु जो लोग भी मानते है वह इसको को बहुत ही महत्व देते है। इसमें वे सारी वस्तुए आती है जो हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी से जुडी होती है, और इन्ही में से एक है कोए का दिखना। कोए का दिखना शगुन या अपशगुन के बारे में बताता है। यहाँ आज हम आपको बताएँगे कोए को दिखना किस प्रकार से शुभ है या अशुभ इस बारे में जानेगे। तो आइये जानते है इस बारे में.........

# बहुत सारे कौओं का एक साथ दिखना

बहुत सारे कौए एक जगह पर अचानक से शोर करना शुरू कर दें, तो ये इशारा होता है कि इस जगह पर कोई मुसीबत आने वाली है। अगर घर की छत पर कौओं को झुंड चिल्लाए तो परिवार के मुखिया पर कई संकट एक साथ आ सकते हैं।

# व्यक्ति के ऊपर कौवा बैठना

किसी व्यक्ति के ऊपर कौवा आकर बैठ जाए, तो उसके धन और सम्मान की हानि हो सकती है। वहीं, अगर किसी महिला के सिर पर कौवा बैठता है, तो उसके पति को गंभीर संकट का सामना करना पड़ सकता है।

# यात्रा कर रहे व्यक्ति के सामने कौवा

कौवा अगर यात्रा करने वाले व्यक्ति के सामने आकर सामान्य स्वर में कांव-कांव करे और चला जाए तो इसका मतलब होता है कि रुके हुए काम पूरे होने वाले हैं। वहीं, अगर कौवा पानी से भरे घड़े पर बैठा दिखाई दे तो परिवार में धन की वृद्धि होती है।

# मुहं में रोटी या मांस का टुकड़ा लिए हो तो

कौवा मुंह में रोटी, मांस या किसी और चीज का टुकड़ा लाता दिखाई दे, तो व्यक्ति के मन की हर इच्छा पूरी होती है। अगर पेड़ पर बैठा कौवा शांत स्वर में बोलता है, तो स्त्री सुख मिलता है। वहीं, कौआ ऊपर मुंह करके पंखों को फड़फड़ाता हुए कर्कश आवाज में बोले तो ये किसी की मृत्यु का संकेत होता है।

# उड़ता हुआ कौवा

उड़ता हुआ कौआ किसी के सिर पर बीट करे, तो उस व्यक्ति को कई तरह की बीमारियां घेरने वाली होती हैं। वहीं, अगर हड्डी का टुकड़ा गिरा दे, तो उस व्यक्ति पर भारी संकट आ सकता है।