शरीर पर बने तिल से जुड़े रहस्य

सामान्यत: तिल या मस्सा हमारे शरीर पर कहीं न कहीं होता है। भारतीय ज्योतिष शास्त्रों की शाखा समुद्र विज्ञान में शरीर पर मौजूद तिल के आधार पर व्यक्ति के भविष्य का विश्लेषण किया जाता है। शरीर पर पाए गए यह निशान हमारे भविष्य और चरित्र के बारे में बहुत कुछ दर्शाते हैं। आइये जानते हैं कौन-से स्थान पर किस तल का क्या महत्व है।

# ललाट पर तिल :

ललाट के मध्य भाग में तिल निर्मल प्रेम की निशानी है। ललाट के दाहिने तरफ का तिल किसी विषय विशेष में निपुणता, किंतु बायीं तरफ का तिल फिजूलखर्ची का प्रतीक होता है। ललाट या माथे के तिल के संबंध में एक मत यह भी है कि दायीं ओर का तिल धन वृद्धिकारक और बायीं तरफ का तिल घोर निराशापूर्ण जीवन का सूचक होता है।

# होंठों पर तिल :

होंठों पर तिल का होना लोभ और विलासिता का संकेत देता है। इस प्रकार की महिलाएं लोगों को ज्यादा आकर्षित करती है। यह ज्यादा चालाक और लोगों को अपनी बातों में फंसाकर हानि पहुंचा सकती हैं।

# नाभि पर तिल :

समुद्रशास्त्र में पेट पर मौजूद तिल को शुभ नहीं माना जाता है। यह व्यक्ति के दुर्भाग्य का सूचक माना जाता है। ऐसे व्यक्ति भोजन का शौकीन होता है। लेकिन तिल अगर नाभि के आस-पास हो तब व्यक्ति को धन समृद्धि की प्राप्ति होती है।

# गुप्तांग पर तिल :


अगर आपके गुप्तांग पर तिल है, तो इसे ज़रूर पढ़ें। क्योंकि समुद्रशास्त्र में इस अंग पर तिल का होना अत्यधिक कामुकता की पहचान बताई गई है। ऐसे व्यक्ति अपनी कामुकता के कारण अपनी यौन क्षमता जल्दी खो बैठते हैं।

# हाथों पर तिल :

जिसके हाथों पर तिल होते हैं वह बुद्धिमान होता है। गुरु क्षेत्र में तिल हो तो सन्मार्गी होता है। दायीं हथेली पर तिल हो तो बलवान और दायीं हथेली के पृष्ठ भाग में हो तो धनवान होता है। बायीं हथेली पर तिल हो तो जातक खर्चीला तथा बायीं हथेली के पृष्ठ भाग पर तिल हो तो कंजूस होता है।