ग्रहों का हमारे जीवन में महत्व इसी बात से पता चल जाता है कि अधिकांशत: हर पूजा में नवग्रह पूजन भी किया जाता हैं। हर ग्रह का अपना प्रभाव होता हैं जो कि व्यक्ति की कुंडली से जुड़ा होता हैं और व्यक्ति के जीवन पर अच्छा और बुरा दोनों प्रभाव डालता हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं मंगल ग्रह के बारे में जिसे ग्रहों में सेनापति का दर्जा प्राप्त है। मंगल ग्रह के शुभ प्रभाव आपको राजयोग दिला सकते हैं आयर अशुभ प्रभाव में कई बाधाओं का सामना करना पड़ता हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ उपायों के बारे में ताकि आप अपनी कुंडली में मंगल को शांत कर सकें। तो आइये जानते हैं मंगल को शांत करने वाले उपायों के बारे में।
* लाल कपड़े में सौंफ बांधकर अपने शयनकक्ष में रखें। चौमुखा दीप जलाएं।
* मंगल प्रभावित व्यक्ति अपने घर में लाल पत्थर अवश्य लगवाएं।
* मंगल के अरिष्ट शांति हेतु श्री नवग्रह शांति चालीसा एवं श्री नवग्रह शांति विधान करके अपना सौभाग्य जगा सकते हैं।
* मंगल अशुभ अथवा कमजोर हो तो हनुमान जी की पूजा,हनुमान चालीसा,सुंदरकांड का पाठ,बजरंग बाण लाभदायक होता है।
* प्रियजनों को मिष्ठान्न का सेवन कराने से भी मंगल शुभ बनता है।
* लाल वस्त्र में दो मुठ्ठी मसूर की दाल बांधकर मंगलवार के दिन किसी भिखारी को दान करें।
* मंगल के अरिष्ट शांति हेतु श्री नवग्रह शांति चालीसा एवं श्री नवग्रह शांति विधान करके अपना सौभाग्य जगा सकते हैं।
* मंगलवार के दिन हनुमानजी के चरण से सिन्दूर लिकर उसका टीका माथे पर लगाना चाहिए।
* बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं।
* अपने घर में लाल पुष्प वाले पौधे या वृक्ष लगाकर उनकी देखभाल करनी चाहिए।
* मंगल के कारण विवाह बाधा हो तो मंगल चंडिका स्तोत्र का पाठ लाभ देता है।