नहाना अर्थात स्नान करना दैनिक जीवन की एक सामान्य घटना हैं। शास्त्रों में स्नान का बड़ा महत्व बताया गया हैं। क्योंकि भगवान की भक्ति, धर्म-कर्म के कार्य और पूजा-अर्चना सभी नहाने के बाद शरीर को पवित्र करके ही किये जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं नहाते समय किया गया ज्योतिषीय उपाय भी आपके जीवन की बड़ी समस्या को दूर कर सकता हैं।
जी हाँ, नहाते समय किये गए उपाय इंसान को दरिद्रता से बचा सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही उपाय की विधि बताने जा रहे है जो नहाते समय किया जाता हैं। और इस उपाय को सही ढंग से किया जाये तो यह जीवन में सकारात्मकता लेकर आता हैं। तो चलिए जानते हैं किस तरह से नहाने के पानी का ये उपाय दूर करेगा दरिद्रता।
# प्रतिदिन नहाने से पहले बाल्टी में पानी भरें और इसके बाद अपनी तर्जनी उंगली (इंडेक्स फिंगर) से पानी पर त्रिभुज का चिह्न बनाएं। त्रिभुज बनाने के बाद एक अक्षर का बीज मंत्र ‘ह्रीं’ उसी चिह्न के बीच वाले स्थान पर लिखें। साथ ही, अपने इष्ट देवी-देवता से परेशानियों दूर करने की प्रार्थना करें।
# शास्त्रों में दिन के सभी आवश्यक कार्यों के लिए अलग-अलग मंत्र बताए गए हैं। नहाते समय भी हमें मंत्र जप करना चाहिए। स्नान करते समय किसी मंत्र का पाठ किया जा सकता है या कीर्तन या भजन या भगवान का नाम लिया जा सकता है। ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
# यदि कोई व्यक्ति किसी नदी में स्नान करता है तो उसे पानी पर ऊँ लिखकर पानी में तुरंत डुबकी मार लेना चाहिए। ऐसा करने से नदी स्नान का पूर्ण पुण्य प्राप्त होता है। इसके अलावा आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा भी समाप्त हो जाती है। इस उपाय से ग्रह दोष भी शांत होते हैं। यदि आपके ऊपर किसी की बुरी नजर है तो वह भी उतर जाती है।