बुद्धि और समृद्धि की प्राप्ति करवाते हैं बसंत पंचमी पर किए गए ये उपाय, संवरेगा आपका जीवन

माघ मास के शुक्‍ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी के तौर पर मनाया जाता हैं जो कि आज हैं। बसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्‍वती का प्राकट्य हुआ था और पूरे संसार को ध्‍वनि का उपहार मिला था। आज के दिन ज्ञान और बुद्धि-विवेक की अधिष्‍ठात्री देवी मां सरस्वती का पूजन कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया जाता हैं। मां सरस्वती की कृपा से व्यक्ति के जीवन में सुधार आता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बसंत पंचमी पर किए जाने वले कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपका जीवन संवारने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

इन चीजों का लगाएं भोग

बसंत पंचमी पर मां सरस्‍वती को मालपुआ और खीर में केसर मिलाकर भोग लगाएं। माना जाता है कि मां सरस्‍वती को बूंदी भी बेहद प्रिय हैं। इसलिए इस दिन पूजापाठ के उपरांत बूंदी का भोग भी लगा सकते हैं। बंगाली समुदाय के लोग इस दिन मां सरस्‍वती को बेर अर्पित करते हैं और फिर उसके बाद स्‍वयं खाते हैं।

बसंत पंचमी पर गुरुओं की पूजा

बसंत पंचमी के अवसर पर अपने गुरु की पूजा करने की भी परंपरा है। दरअसल इस दिन ज्ञानदात्री मां सरस्‍वती की पूजा की जाती है। इसलिए हमें शिक्षा देने वाले आचार्यों और गुरुओं को भी इ स दिन सम्‍मानित किया जाता है। आज के परिवेश में आप इसको इस तरह से कर सकते हैं कि जिस शिक्षक ने आपको पढ़ाया हो, बसंत पंचमी के दिन उनसे भेंट करें और उनको उपहार भी दें।

गुलाल का महत्‍व


बसंत पंचमी पर अपने घर के छोटे बच्‍चों के हाथों से मां सरस्‍वती की पूजा करवाएं और मां का आशीर्वाद लें। मां सरस्‍वती के चरणों में गुलाल जरूर रखें और गुलाल से मां के चरणों की पूजा करें। हमारे देश के कुछ स्‍थानों पर बसंत पंचमी से ही होली खेलने की परंपरा का शुभारंभ हो जाता है।

पढ़ने वाले बच्‍चों के लिए खास उपाय


सरस्वती पूजा के दिन ज्ञान और विद्या में वृद्धि करने के लिए जो विषय आपको सबसे कठिन लगे उसे मनन करके ध्यान से पढ़ें। आपकी रुचि विषय में बढ़ेगी और विषय भी फिर कठिन नहीं लगेगा। इस दिन घरों में बच्‍चों को उनके अभिभावक उनका पसंदीदा विषय पढ़ाएंगे तो उनका भविष्‍य में जरूर उनका नाम रोशन करेगा।

छोटे बच्‍चों को दें ये उपहार

बसंत पंचमी के दिन छोटे बच्‍चों को और अन्‍य जरूरतमंदों को कलम, पेंसिल,कॉपी, किताब गिफ्ट करें। कहते हैं कि ऐसा करने से मां सरस्‍वती आप पर सदैव प्रसन्‍न रहती हैं और आपके मस्तिष्‍क में सदैव अच्‍छे विचार आते हैं।

श्रीकृष्ण और देवी राधा की पूजा


बसंत पचंमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण और देवी राधा की पूजा भी जरूर करनी चाहिए। ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी से ही भगवान ने होली पर्व की शुरुआत की थी। इनकी पूजा से कामदेव और रति भी प्रसन्न होते हैं और गृहस्थी में प्रेम और मधुरता बनी रहती है। अगर पति-पत्‍नी के बीच अक्‍सर झगड़ा रहता है तो ऐसे दंपती को बसंत पंचमी के दिन रति और कामदेव की पूजा करनी चाहिए। आपको हर प्रकार से दांपत्‍य जीवन का सुख प्राप्त होगा।

संगीत में रुचि रखने वाले लोग ऐसा करें


जो लोग संगीत और कला जगत में रुचि रखते हैं उन्हें बसंत पचंमी के दिन अपनी कला का अभ्यास जरूर करना चाहिए। इससे देवी सरस्वती की कृपा प्राप्त होती है। सरस्वती देवी के मंत्र ओम ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः, का कम से कम 108 बार जप करें। इसके साथ ही सरस्वती स्तोत्र का भी पाठ करें।