वास्तु दोष जिनकी वजह से सभी काम बिगड़ जाता है और साथ ही घर में सुख समृद्धि नही रहती है। शास्त्रों के अनुसार दो ही ऊर्जा होती है जो सभी अच्छी बुरी चीजों के लिए उतरदायी होती है पहली सकरात्मक और दूसरी नकारात्मक। घर के अंदर सकरात्मकता का होना बहुत ही जरूरी है क्योकि इसी से ही घर को खुशहाल बनाया जा सकता है, लेकिन कुछ ऐसे लक्षण होते है जो वास्तु दोष को बताते है। आइये जानते है कुछ ऐसे लक्षणों को जिन्हें आपके लिए जरूरी है की आपके घर में नकारात्मकता या सकारात्मकता का वास है.....
# वास्तु के अनुसार घर के अंदर पानी का बहना शुभ नही मानते है। इससे घर में नकारामकता का वास रहता है। इसके लिए जहाँ से भी पानी बहता हो तो उसे सही करवा ले नही यह स्थिति घर के वातावरण अशुद्ध हो सकता है।
# वास्तु के अनुसार घर की पूर्व और उत्तर की दिशा ऊँची हो और पश्चिम और दक्षिण दिशा नीची हो तो घर में सभी सदस्यों के बीच झगड़ा होता रहता है और साथ ही घर की आर्थिक स्थिति खराब रहती है।
# दरवाजे या खिड़की को खोलते समय या बंद करते समय आवाज़ नही करनी चाहिए क्योकि इससे घर में नकारात्मकता बनी रहती है। ऐसी आवाज़े आना वास्तु दोष का लक्षण माना जाता है।
# गृह प्रवेश के समय हवन न हुआ हो तो घर की स्थिति सही नही रहती है। घर में प्रवेश से पहले हवन या बाद में हवन करवाना अनिवार्य माना जाता है।
# वास्तु के अनुसार जिस घर का नेत्रेत्य कोण और दक्षिण कोण निचे हो तो ऐसे घर का मालिक शराबी आदि होता है और घर में सदेव ही आर्थिक स्थिति खराब होती है।