
हिंदू पंचांग में आषाढ़ मास की अमावस्या तिथि का विशेष धार्मिक महत्व होता है। वर्ष 2025 में यह तिथि 25 जून को पड़ रही है और इस बार यह दिन और भी खास बन गया है, क्योंकि इस दिन कई अत्यंत शुभ योगों का संयोग बन रहा है। इनमें प्रमुख हैं – गजकेसरी योग, गुरु-आदित्य योग और वृद्धि योग। ये सभी योग किसी भी कार्य को शुभ फल देने वाले माने जाते हैं। खास बात यह है कि इन योगों का विशेष प्रभाव राशिचक्र की कुछ विशेष राशियों पर पड़ेगा। जिन जातकों की कुंडली में ग्रहों का अनुकूल संयोग है, उनके लिए यह दिन जीवन में नई उन्नति के द्वार खोल सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि वृषभ, तुला और धनु राशियों के जातकों के लिए यह अमावस्या कैसे फलदायी सिद्ध हो सकती है।
1. वृषभ राशि: अचानक शुभ समाचार और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धिआषाढ़ अमावस्या वृषभ राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ संयोग लेकर आई है। इस दिन गजकेसरी योग का प्रभाव आपके आत्मबल और आत्मविश्वास को नई ऊंचाई देगा। सामाजिक और पारिवारिक क्षेत्र में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। किसी करीबी मित्र या सगे-संबंधी से कोई अच्छा समाचार मिल सकता है जिससे मन प्रसन्न होगा। यदि आप किसी नई योजना पर काम कर रहे हैं तो आज उसका प्रारंभ या निर्णायक कदम लाभकारी सिद्ध होगा।
आफिस या व्यापारिक क्षेत्र में आपके कार्यों की सराहना होगी, और वरिष्ठ अधिकारी भी आपके विचारों से प्रभावित हो सकते हैं। वहीं, यदि आप किसी रचनात्मक क्षेत्र में हैं जैसे लेखन, संगीत या कला, तो यह समय आपके लिए प्रेरणादायक साबित हो सकता है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा जिससे आप अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन कर पाएंगे।
2. तुला राशि: करियर और वित्तीय क्षेत्र में नए अवसरतुला राशि वालों के लिए आषाढ़ अमावस्या नवचेतना और अवसरों की सौगात लेकर आई है। वृद्धि योग और गुरु-आदित्य योग का प्रभाव आपके करियर में बड़ी उन्नति के संकेत दे रहा है। यदि आप लंबे समय से किसी नई नौकरी या प्रमोशन की प्रतीक्षा कर रहे थे, तो अब उसका सकारात्मक परिणाम मिलने की पूरी संभावना है।
यह दिन उन लोगों के लिए भी विशेष शुभ है जो कला, अभिनय, खेल, मीडिया या डिजाइन जैसे रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े हैं। आपकी प्रतिभा को पहचान मिलने की संभावनाएं हैं और कोई बड़ा ऑफर आपके दरवाज़े पर दस्तक दे सकता है। इसके अलावा जिन युवाओं को रोजगार की तलाश है, उन्हें इस समय नौकरी का अवसर प्राप्त हो सकता है। पारिवारिक दृष्टि से भी यह दिन मधुरता से भरा रहेगा। संबंधों में सुकून और सामंजस्य रहेगा, जिससे मानसिक संतुलन बना रहेगा। व्यापारी वर्ग के लिए यह समय पूर्व निवेश का लाभ देने वाला हो सकता है।
3. धनु राशि: आध्यात्मिक उन्नति और विदेश यात्रा के योगधनु राशि के जातकों के लिए यह आषाढ़ अमावस्या आत्मिक और भौतिक, दोनों ही दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। गुरु की राशि होने के कारण यह तिथि आपके लिए विशेष आध्यात्मिक ऊंचाइयों की ओर संकेत करती है। मानसिक रूप से आप एकाग्र और शांत रहेंगे, जिससे आपका निर्णय लेने का कौशल भी परिपक्व होगा।
यह समय आपके रुके हुए कामों को गति देने वाला हो सकता है। कोई पुरानी योजना, जो अब तक ठंडी पड़ी थी, वह दोबारा सक्रिय हो सकती है और लाभ देने लगेगी। यदि आप किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करने की सोच रहे हैं, तो आषाढ़ अमावस्या के बाद का समय अनुकूल रहेगा।
वहीं, इस राशि के कुछ जातकों के लिए विदेश यात्रा का योग भी बन रहा है। खासतौर पर जो छात्र या प्रोफेशनल लंबे समय से विदेश जाने का प्रयास कर रहे थे, उन्हें कोई बड़ी खबर मिल सकती है। धन और संपत्ति के लिहाज से भी यह तिथि लाभकारी है – कुछ लोगों को पूर्व निवेश का लाभ या अचानक धन प्राप्ति के संकेत भी मिल सकते हैं।
क्या करें इस दिन
—प्रातः स्नान के बाद पितरों के लिए तर्पण अवश्य करें।
—सूर्य और विष्णु भगवान की पूजा कर गजकेसरी योग का पुण्य प्राप्त करें।
—गरीबों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करें, इससे वृद्धि योग फलदायी होता है।
—लक्ष्मी माता का पूजन कर आर्थिक उन्नति की कामना करें।
—घर में शांति और समृद्धि के लिए तुलसी और पीपल को जल दें।
आषाढ़ अमावस्या न केवल आध्यात्मिक रूप से बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी एक अत्यंत शुभ तिथि मानी जाती है। इस वर्ष यह तिथि कई दुर्लभ योगों के साथ मिलकर वृषभ, तुला और धनु राशि वालों के लिए खास अवसर बन रही है। यदि इन योगों का लाभ सही दिशा में लिया जाए तो यह जीवन की दिशा बदलने वाला समय बन सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं, लोक परंपराओं और ज्योतिषीय गणनाओं पर आधारित है। इसका उद्देश्य सामाजिक जागरूकता और सांस्कृतिक जानकारी प्रदान करना है। पाठक अपने विवेक और विशेषज्ञ सलाह के अनुसार किसी भी उपाय या निर्णय को अपनाएं।