Ganesh Chaturthi 2018 : 'अँधेरी चा राजा' साल 2009 थीम : मंगेशी मंदिर गोवा

हर साल पूरे देश में गणेशोत्सव का आयोजन किया जाता हैं। खासतौर पर मुंबई में इसका माहौल गजब का बनता हैं। यहाँ पर अँधेरी चा राजा मंडल में हर साल नई थीम पर गणेशोत्सव मनाया जाता हैं। साल 2009 में मंगेशी मंदिर गोवा की थीम पर गणेशोत्सव का आयोजन किया गया था।
मंगेश या मंगिरीश , भगवान शिव के ही रूप है। यहाँ वे शिवलिंग के रूप में है। भारत में स्थित कई गौड़ सारस्वत ब्राह्मण घरो के वे कुलदेवता है। गोवा राज्य की राजधानी पणजी से करीब 20 किलोमीटर दूर, मंगेशी गाव में यह मंदिर स्थित है। यह स्थान पोंडा तालुका में मोंगरी पर्वतो के बीच है। यहाँ का मंदिर अच्छी तरह से देख भाल किया हुआ और सैकड़ो साल पुराण माना जाता है।

* इस मंदिर से जुडी कई कहानिया है

एक बार शिव जी एक भयानक बाघ के रूप में देवी पारवती के सामने आये। घबरा कर देवी पारवती के मुख से "त्राहि माम गिरीश " (मदत करो गिरिजापति ) की जग त्राहिमांगिरीश निकल गया। शिव जी इस घटना के बाद यहाँ मंगिरीश के नाम से जाने जाने लगे।

स्कन्द पुराण के अनुसार , क्षत्रिओं के लड़ाई के उपरांत , ऋषि परशुराम ने अलग अलग गोत्र के कई ब्राह्मणो को एक यज्ञ के लिए आमंत्रित किया। अलग अलग गोत्रो ने अपने अपने देव परशुराम जी से प्राप्त हुए गावो में रख दिए और उन्हें अपने कुलदेव बुलाने लगे। वत्स और कौण्डिन्य गोत्रो के लोगो ने कुशस्थल प्राप्त किया। पुर्तगालियो के आक्रमण से दर कर शिव जी के मंदिर को यहाँ मंगेशी में लाया गया ताकि पर्वतो से छुपकर रखा जा सके।

इस मंदिर की वास्तुकला और गोवा के शांतादुर्गा मंदिर की वास्तुशैली एक सामान है। इस मंदिर के एक पुराण पानी का कुण्ड है। कहा जाता है की यह मंदिर 18वि सदी में निर्मित हुआ। इस मंदिर के पत्थर के खम्बे है और एक भव्य दीपस्तंभ भी है। मुख्य कक्ष में सभा गृह भी है। यह मंदिर भारत के विख्यात संगीत परिवार मंगेश्करो के परिवार के कुलदेवता है। वे इसी गाव से सम्बन्ध रखते है।