भूलकर भी इन 4 स्थानों के पास ना बनाए घर, करना पड़ता है कई परेशानियों का सामना

हर व्यक्ति का सपना होता हैं कि उसका अपना एक घर हो, जिसमें वह अपने परिवार के साथ सुख पूर्वक रह सकें। इसके लिए लोग कड़ी मेहनत करते हैं और सबकुछ देख और सोच-समझकर घर बनाते हैं। लेकिन जरा सोचिए सुखी रहने के लिए बनाया हुआ घर आपके दुख का कारण बनें तो। जी हाँ, अनजाने में घर बनाते समय कुछ गलतियां हो जाती हैं जो परेशानी का कारण बनती हैं। आज हम आपको भविष्य पुराण में बताए गए उन स्थानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके नजदीक कभी घर नहीं बनाना चाहिए क्योंकि ये परेशानी का कारण बनते हैं। तो आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में।

* नगर के द्वार


नगर के द्वार से यहां अर्थ है वह स्थान, जहां शहर की सीमा समाप्त होती है। शहर की सीमा से बाहर घर बनवाने के कई नुकसान हो सकते हैं जैसे- आपत्ति काल में वहां किसी प्रकार की मदद मिलने की संभावना बहुत कम रहती है। ऐसे स्थान पर चोर, डाकू आदि का भय भी बना रहता है। यदि किसी जरूरी वस्तु की जरूरत हो तो वह भी नहीं मिलती। अगर कोई बाहरी विपत्ति आए तो उसका असर सबसे पहले नगर के बाहर रहने वाले लोगों पर पड़ता है। जरूरी सेवाओं के लिए भी ऐसे स्थान पर घर बनवाना सुविधाजनक नहीं है।

* चौक (चौराहा)

भविष्य पुराण के अनुसार, चौक यानी चौराहे पर भी घर नहीं होना चाहिए। चौराहे पर लोगों व वाहनों का आवागमन निरंतर बना रहता है, उनकी आवाजों का असर घर के ओरा मंडल पर पड़ता है। जिसके कारण अनेक प्रकार की परेशानियां घर में बनी रहती हैं। इसका विपरीत प्रभाव भी घर की पॉजीटिव एनर्जी पर पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार भी चौराहे पर घर होना अच्छा नहीं माना गया है। इसलिए घर ऐसे स्थान पर बनवाना ही शुभ रहता है, जहां अधिक शोर-शराबा न हो और शांति का वातावरण हो।

* यज्ञशाला

यज्ञशाला वह स्थान होता है, जहां यज्ञ किए जाते हैं। यज्ञशाला में प्रतिदिन ब्राह्मणों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ विभिन्न कार्यों की सिद्धि के लिए यज्ञ किए जाते हैं। ऐसे स्थान के आस-पास घर नहीं होना चाहिए क्योंकि ये स्थान बहुत ही पवित्र होते हैं। इनके आस-पास गृहस्थ लोगों का निवास होने से उनकी पवित्रता पर असर पड़ता है। ऐसा भी नियम है कि यज्ञशाला में तथा उसके आस-पास सोना नहीं चाहिए। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए यज्ञशाला के आस-पास घर होना उचित नहीं है। अतः घर ऐसे स्थान पर भी बनवाना चाहिए, जिसके निकट कोई यज्ञशाला न हो।

* राज मार्ग और राजा के महल के पास

वर्तमान में राज मार्ग वह स्थान हैं, जिन पर किसी मंत्री या मिनिस्टर का घर होता है व राजा के महल से तात्पर्य है सरकार में किसी उच्च पद पर आसीन व्यक्ति का घर। ऐसे स्थानों पर आम तौर पर सामान्य लोगों का आने-जाने पर पाबंदी होती है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से कुछ विशेष मौकों पर वहां रहने वाले लोगों पर भी नजर रखी जाती है, जिसका असर हमारे निजी जीवन पर भी पड़ता है। अतः राज मार्ग तथा सरकार में किसी ऊंचे पद वाले व्यक्ति के घर के आस-पास घर नहीं बनवाना चाहिए।