योगिनी एकादशी पर बन रहे 3 शुभ योग, भगवान‍ विष्‍णु संग करे माता लक्ष्‍मी की पूजा, बरसेगा धन

महीने में दो बार एकादशी व्रत रखा जाता है। इस तरह साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। हालाकि, इनमें से कुछ एकादशी बेहद खास पानी जाती है। इन्‍हीं में से एक है योगिनी एकादशी। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष को योगिनी एकादशी व्रत रखा जाता है। शुक्रवार 24 जून को योगिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। इस दिन श्री हरि के ध्यान, भजन और कीर्तन से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। योगिनी एकादशी के दिन उपवास रखने और साधना करने से समस्याओं का अंत हो जाता है। यहां तक कि पीपल का पेड़ काटने का पाप भी इस एकादशी पर नष्ट हो जाता है। इस व्रत को विधिपूर्वक करने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने जितना पुण्य प्राप्त होता है। इस साल यह व्रत और भी ज्‍यादा खास है क्‍योंकि इस दिन कुछ विशेष योग बन रहे हैं। ये योग बेहद शुभ हैं जो योगिनी एकादशी व्रत के महत्‍व को बढ़ा रहे हैं।

योगिनी एकादशी पर एक नहीं 3-3 शुभ योग बन रहे हैं। 24 जून को सुकर्मा, धृति के साथ बेहद शुभ माना गया सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग को धर्म-ज्‍योतिष में बेहद शुभ माना गया है। इस योग में किए गए काम शुभ फल देते हैं। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग में की गई पूजा-पाठ का कई गुना ज्‍यादा फल मिलता है। वहीं सुकर्मा और धृति योग भी बेहद शुभ माने गए हैं। इन 3 शुभ योग के अलावा इस दिन अश्विनी और भरणी नक्षत्र भी रहेगा। इन दोनों नक्षत्रों को भी बहुत शुभ माना गया है।

योगिनी एकादशी 2022 पूजा शुभ मुहूर्त

24 जून 2022 को पड़ रही योगिनी एकादशी के दिन सुबह 05:24 बजे से सुबह 08:04 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इसके बाद सुबह 11:56 बजे से दोपहर 12:51 बजे तक पूजा के लिए उत्तम मुहूर्त है।

इस विधि से करें पूजा

- योगिनी एकादशी के दिन सुबह जल्दी स्नान करें।
- फिर भगवान के दर्शन करके एकादशी व्रत का संकल्‍प लें।
- पीले वस्‍त्र पहनकर भगवान विष्‍णु की पूजा करें। उनका गंगाजल से अभिषेक करें।
- चंदन, अक्षत, धूप-दीप से पूजा करें। फूल-फल अर्पित करें।
- भगवान विष्‍णु को तुलसी दल जरूर अर्पित करें। एकादशी व्रत की कथा पढ़ें।
- इस दिन भगवान‍ विष्‍णु के साथ-साथ माता लक्ष्‍मी की भी पूजा करें।
- ऐसा करने से जातक को अपार धन लाभ होता है।