अनहोनी/ दुर्घटना (accident) से जन-धन दोनों की क्षति होती है। दुर्घटना का अर्थ है अचानक लगने वाली चोट जिसकी पहले से कोई आशंका नहीं होती। कहते हैं कि जो आया है उसका जाना तय है लेकिन असमय मृत्यु या शारीरिक पीड़ा को यदि टाला जा सकता है, तो इससे बढ़कर अच्छी बात क्या हो सकती है?
आइए जानते हैं कि ऐसी अनहोनी से बचने के लिए क्या किया जाए। जानिए दुर्घटना से पूर्व ही उनसे बचने के सरलतम उपाय...
1. हनुमान मंदिर में मिट्टी के दीये में चमेली के तेल का दीपक जलाएं।
2. पक्षियों को लाल मसूर खिलाएं।
3. हनुमान मंदिर से कलाई पर मौली बंधवाएं।
4. हनुमानजी के मंदिर में गुड़-चने का प्रसाद बांटें।
5. नींबू पर सिंदूर लगाकर चौराहे पर फेंक दें।
6. विधवा महिलाओं की इच्छा अनुसार मिठाई बांटें।
7. घर की छत पर लाल पताका (झंडा) लगाएं।
8. हनुमानजी के चित्र पर लाल फूल चढ़ाएं। कर्पूर जलाएं।
9. नारियल पर मौली लपेटकर हनुमान मंदिर में चढ़ाएं।
10.दुर्घटना से बचने के लिए घर से निकलते वक्त मुंह मीठा करके न निकलें। अगर कुछ मीठा खा भी लिया हो तो कुल्ला करके ही घर से बाहर निकलें।