बिना किसी डिग्री के यहां मिल रहा करोड़ों का पैकेज, हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम
By: Ankur Mon, 13 Jan 2020 09:35:59
हर कोई अपनी डिग्री के बाद अच्छी नौकरी की चाहत रखता हैं और ख्वाहिश होती हैं कि उसका पैकेज करोड़ों में हो। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी नौकरी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें बिना किसी डिग्री के करोड़ों का पैकेज मिल रहा हैं और हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करना होगा। यह काम है फ्लाइट्स के ट्रैफिक कंट्रोल का। जैसे कि कौन सी फ्लाइट कब जाएगी, कौन सी कब आएगी, कौन सी फ्लाइट किस रनवे पर उतरेगी। ये सारे काम एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को करने होते हैं।
कंपनी इस काम के लिए कैंडिडेट से कोई भी क्वालिफिकेशन नहीं मांग रही है। कंपनी की बस इतनी शर्त है कि काम करने वाले शख्स की उम्र 20 साल से ज्यादा हो। कंपनी का कहना है कि हमारे यहां हमेशा काम करने वालों की कमी बनी रहती है और ऐसा इसलिए है, क्योंकि लोगों को लगता है कि वो इस नौकरी के लिए बने ही नहीं हैं। एक और बात है, जिस वजह से लोग इस नौकरी को नहीं करना चाहते हैं और वो ये है कि ये काम बहुत ही खतरनाक और रिस्की है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर की थोड़ी सी भी गड़बड़ी कई लोगों की जान भी ले सकती है।
न्यूजीलैंड के एयर-वे ट्रैफिक मैनेजर टिम बोयले ने इस नौकरी के बारे में बताते हुए कहा कि हम पहले देखते हैं कि नौकरी के लिए अप्लाई करने वाला उम्मीदवार 20 साल से ऊपर का हो। उन्होंने बताया कि इस नौकरी के लिए उम्मीदवार से किसी तरह की डिग्री नहीं मांगी जाती है। बस उसका फिटनेस देखने के बाद कंपनी की ओर से एक ट्रेनिंग दी जाती है, जिसके आधार पर किसी को भी ये नौकरी मिलती है।
टिम बोयले ने बताया कि करीब 12 महीने की पेड ट्रेनिंग होती है। इस दौरान उम्मीदवार को कुछ लॉजीकल सीक्वेंस दिखाए जाते हैं। ये एक पहेली की तरह होते हैं, जिसमें पूछा जाता है कि किस सीक्वेंस से सीरीज पूरी होगी। इसी के आधार पर उम्मीदवार का चयन किया जाता है। उन्होंने बताया कि ये लॉजीकल सीक्वेंस इतने आसान नहीं होते हैं कि हर कोई उसका जवाब दे सके। करीब 300 उम्मीदवारों में से औसतन 1 उम्मीदवार ही पहेलियों को सुलझा पाता है, जिसके बाद उसे नौकरी मिलती है।
टिम बोयले ने आगे बताया कि कंपनी उम्मीदवारों के अंदर ये चीज देखती है कि उसका दिमाग कितना ज्यादा सोच सकता है। उसका कॉन्सेप्ट और एनालिसिस एकदम सटीक हो, क्योंकि फ्लाइट ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए इन्हीं सब चीजों की जरूरत होती है।