कोरोना को लेकर देश से आई राहत की खबर, कम हुई संक्रमण बढ़ने की दर
By: Pinki Fri, 22 May 2020 7:18:20
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले शुक्रवार को 1,18,447 हो गए हैं। इसके साथ ही देश में अब तक इससे 3583 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 48,534 लोग संक्रमण को मात दे चुके हैं। अब देश में कोविड 19 के सक्रिय मामलों की संख्या 66330 है। देश में ओरोना के प्रसार को रोकने के लिए 31 मई तक लॉकडाउन लगाया हुआ है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि 3 अप्रैल तक नए केस की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा था। ग्रोथ रेट 22.6% था, लेकिन इसके बाद इसमें कमी आना शुरू हुई। आज ग्रोथ रेट घटकर 5.5% हो गया है। यह राहत की बात है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अभी ग्रोथ रेट में काफी कमी आई है। अगर उसी ग्रोथ रेट से मामले बढ़ते तो हालत गंभीर होती।
देश में अब ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर फोकस
इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने बताया कि देश में अब ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर फोकस किया जा रहा है। पिछले चार दिनों से रोज एक लाख से ज्यादा टेस्टिंग हो रही हैं। आज 1 लाख 57 हजार 16 लोगों का टेस्ट हुआ। अभी तक 27 लाख 19 हजार 434 लोगों की जांच की जा चुकी है। देश में मौतों की रफ्तार भी कम हुई है। आंकड़े देखें तो 19 मई को देश में 3.13% की दर से मौतें हो रही थीं, अब यह घटकर 3.0% हो गई है।
लॉकडाउन की वजह से रुका कोरोना
एम्पॉवर्ड ग्रुप के चेयरमैन वीके पॉल ने बताया कि लॉकडाउन देश के लिए फायदेमंद रहा। लॉकडाउन के कारण देश में कोविड 19 के मामलों की वृद्धि दर में 3 अप्रैल के बाद से बड़ी कमी आई है। वीके पॉल ने जानकारी दी कि लॉकडाउन लगाने के कारण देश में 3 अप्रैल के बाद से कोविड 19 संक्रमण के मामलों की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई है। लॉकडाउन के कारण देश में कोरोना वायरस के मामले उतनी तेजी से नहीं बढ़ पाए, जितना लॉकडाउन ना होने से बढ़ते।
वीके पॉल ने कहा देश में लॉकडाउन शुरू हुआ था तो संक्रमण का डबलिंग रेट 3.4 दिन था। यानि हर 3.4 दिन में संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो रही थी लेकिन आज यह 13.3 दिन हो गया है।
संक्रमण को फैलने से रोकने में लॉकडाउन ने काफी मदद की। इसके चलते हमने 14 से 29 लाख संक्रमण के मामले और 38 हजार से 78 हजार मौतें रोकने में सफलता पाई है।
कुछ स्थानों पर सिमटकर रह गया कोरोना
पॉल ने बताया कि इतना बड़ा देश होने के बावजूद संक्रमण कुछ स्थानों तक सिमटकर रह गया। संक्रमण के कुल मामलों में 80% केवल 5 राज्यों से हैं। इनमें भी 60% मामले 5 शहरों तक सिमटे हुए हैं। इसी तरह अगर हम 90% मामलों का आंकलन करते हैं तो ये देश के 10 राज्यों से आए हैं। इनमें भी 70% मामले केवल 10 शहरों से हैं।
उन्होंने कहा कि अगर लॉकडाउन न लगाया गया होता तो देश में कोविड 19 के मामलों की संख्या कहीं अधिक होती। वीके पॉल ने जानकारी दी कि देश में लॉकडाउन के कारण कोविड 19 के मामलों के साथ ही इससे होने वाली मौतों की वृद्धि दर में भी गिरावट आई है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि अभी भी हमें चौकन्ना रहने की बेहद जरूरत है यह वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है। हर किसी को अपनी इम्युनिटी मजबूत बनाने के बारे में सोचना चाहिए। इसके लिए आयुष मंत्रालय की गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए। अगर किसी को कोई समस्या होती है तो इसको छिपाने की बजह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। छिपाने से यह बीमारी दूर नहीं होगी।