बस की नोएंट्री / कांग्रेस ने सोशल मीडिया द्वारा योगी सरकार को घेरने का लिया फैसला, फेसबुक पर जुटेंगे हजारों कार्यकर्ता
By: Pinki Thu, 21 May 2020 12:43:45
मजदूरों के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा की गई 1000 बसों की पेशकश पर योगी सरकार के ब्रेक लगाने के बाद अब सियासत गरमा गई है। बस की नोएंट्री पर अब कांग्रेस ने योगी सरकार को घेरने का फैसला लिया है। ऐसे में आज गुरुवार एक बजे कांग्रेस अपने 50 हजार पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सोशल मीडिया पर बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। कोरोना संकट के बीच पहली बार कोई विरोध प्रदर्शन सोशल मीडिया के द्वारा किया जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से जारी संदेश में कहा गया है कि दोपहर एक बजे 50 हजार कार्यकर्ता फेसबुक लाइव के माध्यम से श्रमिकों की आवाज उठाएंगे और राज्य दमन का विरोध करेंगे। ये पूर्व पीएम राजीव गांधी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी। राजीव गांधी की आज 30वीं पुण्यतिथि है। प्रियंका गांधी ने कहा, 'राजीव गांधी जी का 30वां शहादत दिवस है। उन्होंने देश के लिए अपनी जान दी। वे हिंदुस्तान और इसके वासियों से बेइंतहा प्यार करते थे। गरीबों का दर्द उनसे देखा नहीं जाता था। हम सब उनकी सोच के वारिस हैं। हमने राजीव जी से सीखा है कमजोरों की मदद करना।
प्रियंका गांधी ने कहा कि साथियों आपने देखा योगी सरकार का कोरोना महामारी से लड़ने का तरीका! कांग्रेस पार्टी ने प्रवासी श्रमिकों के लिए बसों का इंतजाम किया तो योगी सरकार ने यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष को फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भेज दिया। कोरोना आपदा काल में पूरा देश एकजुट होकर महामारी से लड़ रहा है। मगर यूपी सरकार श्रमिकों के लिए बस, ट्रेन टिकट, खाने और राशन की व्यवस्था करने वालों को ही जेल में डाल रही है।
उन्होंने कहा कि हमें कोई डरा नहीं सकता। हम आज 21 मई दोपहर 1 बजे से हमारे 50 हजार कार्यकर्ता फेसबुक लाइव के माध्यम से श्रमिकों की आवाज उठाएंगे और राज्य दमन का विरोध करेंगे। ये राजीव जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। दरअसल बस के मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह सहित कई लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। कांग्रेस महासचिव ने लिखा है कि पूरी कांग्रेस पार्टी, सभी अग्रिम संगठन व विभाग और सेल आदि से हमारा एक-एक कार्यकर्ता पूरी ताकत से श्रमिकों की आवाज उठाएगा। राज्य दमन का प्रतिरोध करेंगे।