धार्मिक ग्रंथों के अनुसार संतान होने के बाद व्यक्ति धरती के ऋण से मुक्त हो जाता है लेकिन संतान नहीं हो तो मृत्यु उपरांत भी उसका मोक्ष नहीं होता। पुराणों में इसी संकट को दूर करने के लिए संतान गोपाल यंत्र की स्थापना और पाठ बताए हैं।
कहते हैं कि इस यंत्र की साधना अत्यन्त प्रसिद्ध है जिन्हें संतान नहीं होती, वे लड्डू गोपाल की मूर्ति के साथ संतान गोपाल यंत्र स्थापित करते हैं तथा उनके सामने संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करते हैं। इससे योग्य संतान की प्राप्ति होती है।
ध्यान रहे कि संतान गोपाल यंत्र को गुरु पुष्य नक्षत्र में स्थापित करना चाहिए। इसके बात संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
संतान गोपाल यंत्र की स्थापना गोशाला में करें तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है। इसके सामने गोपालकृष्ण मंत्र का जाप करने से शीघ्र ही योग्य संतान की प्राप्ति होती है।